गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर जी - गया फल्गु नदी के तट पर एक प्राचीन सिख तीर्थस्थल है।
गुरु नानक देव और गुरु तेघ बहादुर ने इसका दौरा किया और लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि इस धरती पर उम्र के दौरान यह किसी के अपने अच्छे कर्म हैं न कि किसी के वंशजों के अनुष्ठान जिससे किसी दिवंगत आत्मा का कल्याण होगा ।
सासाराम स्थित गुरुद्वारा चाचा फागू मल की तरह यहां भी गुरुमुखी और देवनगरी लिपि में गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां एक उठे मंच पर आयताकार मंडप में साथ-साथ विराजमान हैं।
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