खिचड़ी बिहार में सबसे आम और स्वादिष्ट भोजन है। इसे स्वाद के अनुसार कई तरह से बनाया जाता है। आमतौर पर खिचड़ी चावल से बनाई जाती है, इसमें दाल, सब्जियां और मसाले भी डाले जाते हैं। इसे मिट्टी के बर्तनों में भी बनाया जाता है। इसे आलू चोखा के साथ परोसा जाता है, जो उबले हुए आलू, प्याज, सरसों का तेल, नमक, लाल मिर्च के भुने हुए गुच्छे और भुना हुआ जीरा से बना होता है। आमतौर पर खिचड़ी शनिवार को खाया जाने वाला लोकप्रिय व्यंजन है इसके पीछे बहुत से पौराणिक एवं वैज्ञानिक कारण भी है। इस व्यंजन को लोग चटनी, पकौड़ा, अचार, तिलौरी-पापड़ के साथ भी खाते हैं। सर्दियों के मौसम में लोग, मसाला खिचड़ी बनाते हैं जो देशी गरम मसाले, देसी घी के साथ चावल और दाल से बनी होती है। इसमें कटी हुई सब्जियां जैसे मटर, फूलगोभी, आलू, टमाटर आदि भी इसमें स्वाद के अनुसार डाला जाता है।
खिचड़ी के बिना मकर संक्रांति का उत्सव अधूरा है, क्योंकि इसका सेवन सौभाग्य और समृद्धि लाने वाला माना जाता है। कई त्योहारों पर इस व्यंजन को प्रसाद के रूप भी में तैयार किया जाता है।