भोजपुर घनी आबादी वाला जिला है लेकिन संस्कृति और विरासत में समृद्ध है। 1857 के बाद जिले का एक घटनापूर्ण इतिहास था जब कुंवर सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया था। लोकगीत इस क्षेत्र में अत्यंत प्रसिद्ध हैं और भोजपुरी यहाँ की क्षेत्रीय भाषा है। सूर्य मंदिर, वीर कुंवर सिंह किला, जगदीशपुर, शाही मस्जिद, कर्बला मैदान, मौलाबाग मस्जिद, आरण्य देवी मंदिर, चतुर्भुज नारायण मंदिर, भवानी मंदिर, जगदम्बा मंदिर, पार्श्वनाथ मंदिर, महामाया मंदिर, जैन सिद्धांत भवन, पैहारी जी का आश्रम, कुर्वा शिव, वेंकटेश मंदिर, शाही जामा मस्जिद, लकर साह की मजार पर्यटन की दृष्टि से प्रमुख स्थान हैं।