गुरुपा हिल्स / गुरुपद गिरि बिहार के गया जिले में स्थित प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह बिहार-झारखंड सीमा पर 50 किमी की दूरी पर स्थित है।
यहां बुद्ध के अंतिम शिष्य महाकश्यप ने निर्वाण प्राप्त किया। गुरुपद गिरि को अब 'गुरपा हिल' के नाम से जाना जाता है। इस पहाड़ी का एक और नाम 'कुक्कुटपद गिरि' है। प्राकृतिक दृश्य, जंगल, झरने, सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य, सभी ने गुरपा पहाड़ी को महान प्रचलन में रखा है।
गुरुपा पहाड़ी पर गुरुपद नाम का एक मंदिर है जिसे "भगवान विष्णु" के पैरों के निशान माना जाता है। इस जगह ने बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के तीर्थयात्रियों के बीच लोकप्रियता हासिल की है। गुरपा चोटी के शीर्ष से, आसपास के ग्रामीण इलाकों का एक लुभावनी दृश्य प्राप्त कर सकते हैं। यह Meditation के लिए एक आदर्श स्थान है। पूरे साल पर्यटक इस जगह का दौरा कर रहे हैं।
एक नज़र में
बौद्ध इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थल, गुरपा हिल को महाकश्यप का ध्यान स्थल माना जाता है, जो बुद्ध के सबसे प्रमुख शिष्यों में से एक है। किंवदंती के अनुसार, उन्होंने यहां गहरे ध्यान में प्रवेश किया और अगले बुद्ध, मैत्रेय के आगमन की प्रतीक्षा की। पहाड़ी की यात्रा एक आध्यात्मिक रूप से उत्थान यात्रा है और लुभावनी प्राकृतिक दृश्य प्रदान करती है, जो इसे साहसिक चाहने वालों और तीर्थयात्रियों के बीच पसंदीदा बनाती है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।