तुतुला भवानी (जिसे तुतराही या तितुला धाम भी कहा जाता है) तिलौथू के पास और डेहरी-ऑन-सोन से लगभग 20 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व में ये दो बड़े पहाड़ हैं। ये दो बड़े पहाड़, एक उत्तर-पश्चिम से और दूसरा दक्षिण-पूर्व से, मिलकर एक हरी-भरी घाटी बनाते हैं जो लगभग 1 मील तक फैली है। बीच में एक झरना है और घाटी के बीच से एक कछुआर नदी बहती है।
यह सब एक मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। पूर्व से यह घाटी 300 मीटर तक फैली हुई है, पश्चिम से यह केवल 50 मीटर तक सिकुड़ जाती है। पश्चिम से एक झरना बनता है जो 200 मीटर की ऊँचाई से गिरता है।
एक नज़र में
बिहार में यह छिपा हुआ मणि चट्टानी इलाके और घने जंगलों से घिरा एक लुभावनी झरना है। पास में तुतला भवानी मंदिर की उपस्थिति के कारण इसे पवित्र माना जाता है।
झरना प्रकृति फोटोग्राफी, ट्रेकिंग और धार्मिक यात्राओं के लिए एक उत्कृष्ट स्थान है, जो इसे यात्रियों के लिए एक विविध आकर्षण बनाता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: जून से अगस्त।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।