52 कोठरी 53 द्वार एक ऐतिहासिक भवन है,जो खगड़िया जिला परबत्ता प्रखंड के भरतखण्ड नामक गांव के दोहरी में अवस्थित है। यह भवन 18वी शताब्दी में वह के राजा बैरम सिंह द्वारा निर्माण किया गया था। इस भवन में 52 कमरे और 53 दरवाजे है। यहां के लोगों ने बताया की जिस मिस्त्री ने इस भवन को बनाया राजा ने उनके हाथ को कटवा दिया। यह भवन अभी खंडहर हो चुका है, छत पूरी तरह से ढह चुका है। सिर्फ दीवारें बचा है। दीवारें काफी मोटी-मोटी है और इस भवन के मुख्य द्वार पर नक्काशी किया गया है जो अभी भी दिखाई पड़ती है। जिसे देखने के लिए खगड़िया जिले के लोग आते तो ही है कभी कभी बिहार के अन्य जिलों से भी आते है। जो खगड़िया जिला के प्रखंड परबत्ता गौरव है। इस भवन के ठीक सामने पूर्व तरफ गंगा नदी बहती है। उसी गंगा नदी के किनारे एक मंदिर अवस्थित हैं जो भगवान राम का मंदिर है। यह मंदिर भी उसी समय की है वह खंडहर नहीं हुआ है। इस भवन के अंदर ही अंदर दो सुरंग बनी थी जो एक तालाब के तरफ जाती थी और एक मंदिर के तरफ जाती थी।
खगरिया
Voting lines are closed.