शिवहर जिले के तरियानी प्रखंड का तरियानी छपरा गांव। भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इस गांव के 11 वीर सपूताें ने शहादत दी थी। 30 अगस्त 1942 की शाम अंग्रेज पूरी तैयारी के साथ बेलसंड के रास्ते बागमती नदी को पार कर इस गांव में पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें नवजद सिंह, भूपन सिंह, जय मंगल सिंह, परसन साह, बुधन महतो, बलदेव साह, सुखदेव सिंह, सुंदर राम, बंसी दास और छठु साह शहीद हो गए थे। श्याम नंदन सिंह को झूठे मुकदमे में फंसाकर बक्सर सेंट्रल जेल भेज दिया गया था, जहां वह अनशन करते हुए 32वें दिन शहीद हो गए थे। जिन 10 लोगों को गोली मारी गई थी, उनमें से 9 लोग घटनास्थल पर ही शहीद हो गए थे। बुधन महतो 2 सितंबर 1942 को शहीद हुए थे।