लाल पत्थरों वाला मंदिर सलौना ठाकुरबाड़ी। करीब ढाई सौ साल पुरानी बखरी प्रखंड के सलौना ठाकुरबाड़ी अद्भुत मंदिर है। लाल पत्थरों से निर्मित इस मंदिर की मूर्तियों की जीवंतता और वास्तुकला को आकर्षित करती है। बखरी अनुमंडल के इस ऐतिहासिक धरोहरों का अतीत किसी जमाने में अत्यंत भव्य रही इस इमारतें, छतें, दीवारें, पत्थर के रेलिंग एवं दीवारों पर की गई अत्यन्त सुंदर पचिकारी गाथा कह रही है। कहा जाता है कि इस मंदिर के सर्वप्रथम सेवक इटावा यूपी से स्वामी मस्तराम जी महाराज हुए, जो 3600 बीघा के स्वामी थे। इसी जमीन से हुई उपज राम लला के देख रेख में उपयोग की जाती थी। उनके बाद क्रमशः लक्ष्मी दास जी, विष्णु दास जी, स्वामी भागवत दास जी और श्री महंत रामस्वरूप दास जी हुए, जो मंदिर के प्रांगण और राम लला की सेवा में इस धरोहर की नींव बने रहे। उसके बाद से इस मंदिर की देखरेख स्व.विपिन बिहारी दास के द्वारा जीवटता बनी हुई थी। यह लाल पत्थर से निर्मित अद्भुत कलाकृतियों वाला मंदिर है, जो शायद बिहार में कहीं आपको देखने को न मिले। स्थानीय लोग कहते हैं कि इस तरह का एक मंदिर हरिद्वार में देखा गया है।
बेगूसराय
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