विक्रमशिला भारत का एक प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र (विश्वविद्यालय) था | नालंदा विश्वविद्यालय और विक्रमशिला दोनों पाल राजवंश के राज्यकाल में शिक्षा के लिए प्रसिद्ध थे| यहाँ पर लगभग १६० विहार थे ,जिनमें अनेक विशाल प्रकोष्ठ बने हुए थे| विश्वविद्यालय में सौ शिक्षकों की व्यवस्था थी| नालंदा की भाँति विक्रमशिला विश्वविद्यालय भी बौद्ध संसार में सर्वत्र सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था|
इस विश्वविद्यालय के अनेक सुप्रसिद्ध विद्वानों में ' दीपांकर श्रीज्ञान अतीश' प्रमुख थे|ये ओदंतपुरी के विद्यालय के छात्र थे और विक्रमशिला के आचार्य| इसकी स्थापना ८वी शताब्दी में पाल राजा धर्मपाल ने की थी|
कहा जाता है की बख्तियार खिलजी नामक मुस्लिम आक्रमणकारी ने सन ११९३ के आसपास इसे नष्ट कर दिया था| वर्तमान समय में बिहार के भागलपुर जिले के अंतीचक गाँव में स्थित है|
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