सूर्य मंदिर, बिहार के कन्दाहा गांव (अलौली, खगड़िया) में स्थित है और यह सूर्य देवता को समर्पित एक अत्यंत पवित्र मंदिर है। यह स्थल प्राचीन काल से सूर्य आराधना और छठ पूजा का महत्त्वपूर्ण केंद्र रहा है।माना जाता है कि इस मंदिर का संबंध त्रेता युग से है और यहाँ की मिट्टी को औषधीय गुणों वाला माना जाता है। यहाँ के कुंडों का जल शुद्ध और रोग निवारणकारी माना जाता है, विशेषकर त्वचा रोगों में लाभकारी।
छठ महापर्व पर यहाँ लाखों श्रद्धालु एकत्र होते हैं और उगते व डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। मंदिर परिसर में हर वर्ष मेला भी लगता है, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी होती हैं। सूर्य मंदिर, कन्दाहा एक धार्मिक स्थल है, जहाँ प्रकृति, श्रद्धा और प्राचीन परंपराएँ एक साथ मिलती हैं। यह स्थान बिहार की सांस्कृतिक गहराई और लोक परंपराओं का उत्कृष्ट उदाहरण है।
एक नज़र में
सूर्य देवता को समर्पित एक मंदिर, छठ पूजा के दौरान भक्तों को आकर्षित करता है। मंदिर वास्तुकला और अनुष्ठान इसे बिहार में एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाते हैं।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।