राम रेखा घाट, बक्सर जिले में स्थित बेहद ही महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है जो रामायण काल से जुड़ा है। गंगा नदी के किनारे इस घाट के साथ एक पौराणिक कथा जुडी है की जब ताड़का वध के बाद प्रभु श्रीराम पर स्त्री वध का पाप लगा और उस पाप मुक्ति के लिए वो वही नजदीक गंगा तट पर गए और स्नान किया। उसी घाट के समीप प्रभु श्रीराम ने मिट्टी से शिवलिंग बनाय पूजा अर्चना की फिर शिवलिंग को जलस्नान करने लगे, तो मिट्टी कच्ची होने के कारण बहने लगी तो श्रीराम ने शिवलिंग के ऊपर हाथ रख दिया फिर जलस्नान कराया , परंतु हाथ हटाने पर प्रभु श्रीराम के हाथों की रेखा शिवलिंग पर अंकित हो गई और साथ ही उनके पैरों के निशान वहां की मिट्टी पर छप गए।
राम रेखा घाट पे शिवलिंग आज भी अस्तित्व में है। यह घाट अपने आप में भक्ति और श्रद्धा के भाव को दर्शाता है। श्रद्धालु हमेशा से इस पावन भूमि पर आते है और पूजा करते हैं।
ध्यान दें : अन्य स्थलों के लिंक प्रदान करके, बिहार पर्यटन इन साइटों पर उपलब्ध जानकारी या उत्पादों की गारंटी, अनुमोदन या समर्थन नहीं करता है।