मंगला गौरी मंदिर, गया जी में स्थित एक प्रमुख शक्ति पीठ है और इसे 18 महाशक्ति पीठों में से एक माना जाता है। यह मंदिर माता मंगला गौरी को समर्पित है, जो शक्ति, करुणा और कल्याण की प्रतीक हैं।
मान्यता है कि यहाँ सती माता का वक्षस्थल गिरा था, जिस कारण यह स्थल विशेष रूप से पूजनीय है। मंदिर का उल्लेख पुराणों और तांत्रिक ग्रंथों में भी मिलता है। यहाँ हर सोमवार को विशेष पूजा होती है, और श्रावण मास, नवरात्रि, और सोमवती अमावस्या पर भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं, जिससे यात्रा और भी पुण्यमयी हो जाती है। मंदिर परिसर शांत, दिव्य और भक्ति से परिपूर्ण होता है।
एक नज़र में
देवी मंगला गौरी मंदिर को समर्पित, गया जी में यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहां यह माना जाता है कि देवी सती का स्तन गिर गया था। यह नवविवाहितों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो एक समृद्ध और खुशहाल विवाहित जीवन के लिए आशीर्वाद लेने के लिए जाते हैं। मंदिर के शांत परिवेश, ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक उत्साह इसे एक अवश्य जाने वाला तीर्थ स्थल बनाते हैं।