बुद्धा अवशेष स्तूप, बिहार के वैशाली जिले में स्थित एक अत्यंत पवित्र स्थल है, जहाँ भगवान गौतम बुद्ध के वास्तविक अस्थि-अवशेष सुरक्षित हैं। यह स्तूप बौद्ध अनुयायियों के लिए असीम श्रद्धा और आस्था का केंद्र है।
ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार, भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के बाद उनकी अस्थियाँ आठ भागों में बाँटी गईं थीं। वैशाली का यह स्तूप उन आठ प्रमुख स्तूपों में से एक है, जो लिच्छवि गणराज्य द्वारा बनवाया गया था।स्तूप एक गोलाकार संरचना है, जो शांत वातावरण में स्थित है। यहाँ बौद्ध भिक्षु, पर्यटक और शोधकर्ता विश्वभर से आते हैं। परिसर में एक छोटा सा संग्रहालय भी है, जहाँ बुद्ध की प्रतिमाएँ और पुरावशेष रखे गए हैं।
एक नज़र में
ऐसा माना जाता है कि वैशाली में इस स्तूप में भगवान बुद्ध के अवशेष हैं, जो इसे एक प्रतिष्ठित बौद्ध तीर्थ स्थल बनाते हैं।
स्तूप का शांतिपूर्ण परिवेश और बुद्ध के जीवन से इसका संबंध इसे बौद्ध सर्किट का पालन करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव बनाता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।