बिहार योग विश्वविद्यालय, मुंगेर में स्थित विश्व का पहला योग विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा वर्ष 1963 में की गई थी। यह संस्थान योग की परंपरा को विज्ञान, शिक्षा और आध्यात्मिकता के साथ जोड़ने का अद्वितीय प्रयास है।
यहाँ योग साधना, ध्यान, प्राणायाम, आयुर्वेद और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी शिक्षा दी जाती है। यह विश्वविद्यालय संपूर्ण स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देता है।
विश्वविद्यालय परिसर शांत, हरा-भरा और प्राकृतिक वातावरण से भरपूर है, जहाँ देश-विदेश से साधक और विद्यार्थी अध्ययन हेतु आते हैं। नियमित योग शिविर, प्रशिक्षण कार्यक्रम, और संशोधन गतिविधियाँ इसे विश्वस्तरीय बनाती हैं।
एक नज़र में
बिहार स्कूल ऑफ योग, मुंगेर में स्थित, योग सीखने और आध्यात्मिक विकास के लिए एक विश्व प्रसिद्ध केंद्र है। स्वामी सत्यानंद सरस्वती द्वारा 1964 में स्थापित, संस्थान आधुनिक जीवन शैली तकनीकों के साथ पारंपरिक योग प्रथाओं को मिश्रित करता है, जिससे यह दुनिया भर के योग उत्साही लोगों के लिए एक केंद्र बन जाता है। परिसर हरे-भरे हरियाली से घिरा हुआ है और गहरी ध्यान और आत्म-खोज के लिए एक शांत वातावरण प्रदान करता है।
स्कूल योग के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का पालन करता है, हठ योग, राजा योग, कर्म योग, और भक्ति योग को अपनी शिक्षाओं में एकीकृत करता है। यह व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं और आवासीय पाठ्यक्रम आयोजित करता है जो शुरुआती और उन्नत चिकित्सकों दोनों को पूरा करता है। लोग न केवल शारीरिक कल्याण के लिए बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक ज्ञान के लिए भी बिहार स्कूल ऑफ योग जाते हैं, जिससे यह भारत के आध्यात्मिक परिदृश्य में एक अनूठा गंतव्य बन जाता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति