मंडन भारती धाम, बिहार के मधेपुरा जिले में स्थित एक आध्यात्मिक और शैक्षिक स्थल है, जो आचार्य मंडन मिश्र की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है। वे प्राचीन भारत के महान न्यायशास्त्री, दार्शनिक और वेदांत विद्वान थे।
माना जाता है कि यहीं पर उनका ऐतिहासिक शास्त्रार्थ आदि शंकराचार्य से हुआ था, जो भारतीय दर्शन और अद्वैत वेदांत की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ। यह धाम आज भी संत परंपरा, ज्ञान-विज्ञान और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का प्रतीक बना हुआ है। यहाँ प्रति वर्ष विद्वत सम्मेलन, धार्मिक अनुष्ठान और शास्त्रार्थ का आयोजन होता है, जिसमें देशभर से विद्वान भाग लेते हैं।
धाम परिसर में मंडन मिश्र की प्रतिमा, मंदिर, यज्ञशाला और एक पुस्तकालय भी है, जो इसे सांस्कृतिक और बौद्धिक केंद्र बनाता है। मंडन भारती धाम एक स्थल है, खासकर उन लोगों के लिए जो भारतीय दर्शन, तर्कशास्त्र और वैदिक संस्कृति को समझना चाहते हैं।
एक नज़र में
विद्वान मंडन मिश्रा और आदि शंकराचार्य से जुड़ी एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल। यह धाम प्राचीन भारत की समृद्ध बौद्धिक परंपराओं का जश्न मनाता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।