बिम्बिसार जेल, बिहार के राजगीर में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जो मगध सम्राट बिम्बिसार से जुड़ा हुआ है। इतिहास के अनुसार, राजा बिम्बिसार को उनके पुत्र अजातशत्रु ने इसी स्थान पर बंदी बना दिया था। बिम्बिसार बौद्ध धर्म के महान संरक्षक माने जाते हैं, और कहा जाता है कि कारावास में रहते हुए भी वे गृद्धकूट पर्वत पर भगवान बुद्ध के प्रवचन को दूर से सुनते थे। इस स्थान से वह पहाड़ी साफ दिखाई देती है।
आज यह स्थल एक खुले संग्रहालय की तरह है, जहाँ प्राचीन पत्थरों की संरचना, जेल का प्राचीर, और इतिहास की झलक देखने को मिलती है। यहाँ एक सूचना पट्टिका पर बिम्बिसार के जीवन की घटनाओं का वर्णन किया गया है।
एक नज़र में
मगध के एक शक्तिशाली शासक राजा बिम्बीसार को उनके अपने बेटे अजातशत्रु ने यहां कैद कर लिया था। सीमित होने के बावजूद, बिम्बिसरा ने इस स्थान को चुना क्योंकि इसने वल्चर पीक के प्रत्यक्ष दृश्य की पेशकश की, जहां गौतम बुद्ध ने प्रचार किया। जेल की दीवारों के अवशेष अभी भी विश्वासघात और लचीलापन के प्रतीक के रूप में खड़े हैं।
यह स्थल प्राचीन भारत की ऐतिहासिक कहानियों में रुचि रखने वाले आगंतुकों को आकर्षित करता है। परिवेश एक शांतिपूर्ण लेकिन भयानक महसूस प्रदान करता है, क्योंकि कोई अपने स्वयं के खून से सीमित एक महान राजा की पीड़ा की कल्पना कर सकता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स : मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति