यह सबसे प्राचीन स्थलों में से एक है जहां बुद्ध ने अपने कमल उपदेश का प्रचार किया है।
गिद्ध पीक के रूप में इसके नाम के अर्थ के लिए काफी सच है, वास्तव में चोटी एक प्राकृतिक पत्थर के गठन के साथ गिद्ध के सिर के आकार के रूप में दिखाई देती है। इस स्थान को बौद्ध पाठ में "गुझकट" के रूप में भी जाना जाता है।
सबसे प्राचीन स्थलों में से एक जहां बुद्ध ने अपने कमल उपदेश का प्रचार किया है, बुद्ध के पसंदीदा ध्यान स्थान में से एक था। आज भी कोई व्यक्ति उस शिखर पर आध्यात्मिक शक्ति की गहरी भावना महसूस कर सकता है जो किसी भी मानव निर्मित भव्यता से रहित है।
बुद्ध (600 ईसा पूर्व) की एक मूर्ति यहां पाई गई थी और वर्तमान में नालंदा के पुरातत्व संग्रहालय में रखी गई थी।
आसपास की वन भूमि और घोडा कटोरा झील की ओर जाने वाले मार्ग का दृश्य आगंतुकों को दिव्य अनुभव प्रदान करता है।
एक नज़र में
ग्रिधाकुट हिल (वल्चर पीक) सबसे महत्वपूर्ण बौद्ध स्थलों में से एक है, जहां भगवान बुद्ध ने कई उपदेश दिए। यह लुभावनी दृश्य और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।