विश्व शांति स्तूप, राजगीर की रत्नागिरी पर्वत की चोटी पर स्थित एक भव्य और श्वेत स्तूप है, जिसे जापानी बौद्ध संप्रदाय निप्पोन्ज़न म्योहो जी द्वारा निर्मित किया गया है। यह स्तूप वैश्विक शांति, करुणा और अहिंसा का प्रतीक है।
इस स्तूप तक पहुँचने के लिए पर्यटक रोपवे की रोमांचक यात्रा करते हैं, जो बिहार का पहला रोपवे सिस्टम भी है। स्तूप के चारों ओर भगवान बुद्ध की चार अवस्थाओं की मूर्तियाँ – जन्म, ज्ञान, उपदेश और महापरिनिर्वाण – स्थित हैं। यह स्थल शांत वातावरण, प्रकृति की गोद, और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम है। पर्यटक यहाँ ध्यान, योग और आत्मचिंतन का अनुभव कर सकते हैं।
विश्व शांति स्तूप, राजगीर एक स्थल है, जहाँ दर्शन, रोमांच और आध्यात्मिकता एक साथ मिलते हैं।
एक नज़र में
विश्व शांति स्तूप, या विश्व शांति पगोडा, दुनिया भर में 80 शांति पगोडा में से एक है, जो वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देता है। राजगीर में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित, यह आसपास के परिदृश्य के लुभावने मनोरम दृश्य प्रदान करता है। स्तूप में बुद्ध के चार जीवन चरणों को दर्शाते हुए सुंदर सुनहरी मूर्तियां हैं।
आगंतुक एक रोपवे के माध्यम से स्तूप तक पहुंच सकते हैं, जिससे यात्रा अधिक साहसी हो जाती है। शांत और आध्यात्मिक वातावरण, हड़ताली सफेद वास्तुकला के साथ संयुक्त, यह ध्यान और प्रतिबिंब के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। यह बौद्ध पर्यटन सर्किट में एक प्रमुख आकर्षण है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति