गुनावा जैन मंदिर बिहार के नवादा जिले में स्थित है जो जैन समुदाय के लिए बहुत धार्मिक महत्व रखता है। इस मंदिर के परिसर में चालीस मंदिर हैं जो कई धार्मिक विश्वासों से जुड़े हैं। यहां भगवान महावीर के पहले शिष्य इंद्रभूति गौतम गांधार ने केवला ज्ञान प्राप्त किया, जिसका अर्थ है जैन धर्म में सर्वोच्च ज्ञान प्राप्त करने और सच्ची आध्यात्मिकता और सर्वज्ञता का मार्ग।
गुनाव जैन मंदिर जैन भिक्षु गंधर्व स्वामी को समर्पित है। यह प्राचीन मंदिर भगवान महावीर के समय का है जो इसके धार्मिक महत्व को जोड़ता है। यह मंदिर एक झील के केंद्र में स्थित है जो इसे और भी सुंदर बनाता है। हर साल बहुत सारे भक्त यहां आते हैं और मंदिर में पूजा करते हैं।
एक नज़र में
नवादा में स्थित, गुनावा जैन मंदिर जैन भक्तों के लिए एक पवित्र तीर्थ स्थल है। ऐसा माना जाता है कि यह भगवान महावीर के नश्वर अवशेषों का घर है, जो इसे एक महत्वपूर्ण पवित्र स्थल बनाता है। मंदिर अपने शांत वातावरण और जटिल वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जो समृद्ध जैन विरासत को दर्शाता है।
तीर्थयात्री आध्यात्मिक आशीर्वाद लेने और शांति का अनुभव करने के लिए मंदिर जाते हैं। मंदिर परिसर को खूबसूरती से बनाए रखा गया है, जिसमें पत्थर की नक्काशी वाली मूर्तियां और धार्मिक शिलालेख हैं जो जैन धर्म की शिक्षाओं का वर्णन करते हैं।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल तक।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।