सर्वोदय आश्रम, बिहार के नवादा जिले में स्थित एक शांत, प्रेरणादायक और सामाजिक जागरूकता का केंद्र है। यह आश्रम आचार्य विनोबा भावे और महात्मा गांधी के सर्वोदय आंदोलन से जुड़ा हुआ है।
यहाँ स्वदेशी आंदोलन, ब्रह्मचर्य, सादा जीवन, और समाज सेवा की शिक्षाओं को आत्मसात किया जाता है। आश्रम परिसर में पुस्तकालय, प्रार्थना भवन, खादी निर्माण इकाई, और जैविक खेती के मॉडल मौजूद हैं। यहाँ नियमित रूप से ग्राम सुधार कार्यक्रम, खादी मेला, और शिक्षा व स्वावलंबन कार्यशालाएँ आयोजित होती हैं। आश्रम में पर्यटक न केवल शांतिपूर्ण वातावरण का अनुभव करते हैं, बल्कि गांधीवादी मूल्यों को जीने की प्रेरणा भी प्राप्त करते हैं।
सर्वोदय आश्रम एक स्थल है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो समाज सेवा, आध्यात्मिकता और सादगी से जुड़े हैं। यह स्थल शिक्षा, अनुशासन और प्रेरणा का स्रोत है।
एक नज़र में
सर्वोदय आश्रम विनोबा भावे के भूदान आंदोलन से जुड़ा है, जो अहिंसा और सामाजिक उत्थान को बढ़ावा देता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।