बड़ी पटन देवी, पटना की प्रमुख देवी मंदिरों में से एक है, जो शक्ति उपासना का प्राचीन और पूजनीय केंद्र है। यह मंदिर माता सर्वमंगला, काली, और सरस्वती को समर्पित है। मान्यता है कि यह भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ सती की दक्षिण जंघा गिरी थी।
मंदिर की स्थापत्य शैली अत्यंत प्राचीन है, और यहाँ का वातावरण भक्तिभाव से परिपूर्ण होता है। नवरात्रि, दुर्गापूजा, और अन्य पर्वों पर लाखों श्रद्धालु यहाँ दर्शन हेतु आते हैं।
बड़ी पटन देवी को पटना की अधिष्ठात्री देवी भी कहा जाता है। यहाँ की पूजा-पद्धति, विशेष आरती और भोग-प्रसाद की व्यवस्था भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।
बड़ी पटन देवी धार्मिक स्थल है, विशेषकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो शक्ति उपासना और धार्मिक परंपराओं में विश्वास रखते हैं।
एक नज़र में
शक्ति पीठों में से एक माना जाने वाला, बड़ी पटन देवी को समर्पित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है। किंवदंतियों के अनुसार, सती के शरीर के कुछ हिस्से यहां गिर गए, जिससे यह एक अत्यधिक पवित्र स्थल बन गया।
मंदिर में भारी भीड़ देखी जाती है, खासकर नवरात्रि के दौरान, जब भक्त देवी के आशीर्वाद लेने आते हैं। मंदिर की आध्यात्मिक ऊर्जा और प्राचीन महत्व इसे तीर्थयात्रियों के लिए एक जरूरी यात्रा बनाते हैं।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।