बिहार पर्यटन में आपका स्वागत है!
अपना खाता बनाएं
बिहार पर्यटन
पासवर्ड भूल गया
बिहार पर्यटन
एक नया पासवर्ड सेट करें
बिहार पर्यटन
आपने अभी तक अपना खाता सक्रिय नहीं किया है.
नीचे दिए गए लिंक का उपयोग करके अपने खाते को सक्रिय करें।
बिहार पर्यटन
सक्सेस पेज।
बिहार पर्यटन
त्रुटि पृष्ठ।
बिहार पर्यटन
यूजर प्रोफाइल


बिहार पर्यटन
पासवर्ड बदलें
मनेर शरीफ

मनेर शरीफ पटना से लगभग ३० किलोमीटर दक्षिण पश्चिम की ओर है | किसी समय यह सोन और गंगा नदी के संगम पर बसा हुआ था| आज का मनेर करीब दो हजार घरों का एक क़स्बा है और सड़क किनारे कुछ दुकाने हैं जिसमें दैनिक जीवन में काम आने वाली चीजें मिल जाती है| यहाँ का " नुकदी का लड्डू " बहुत मशहूर है| मनेर किसी समय मुस्लिम संस्कृति का बिहार में सबसे पुराना केंद्र था| ग्यारहवीं शताब्दी में और उसके बाद भी यह सूफी फकीरों का आध्यात्मिक केंद्र बना रहा| यहाँ समूचे हिंदुस्तान से सूफी संत आया करते थे और सूफी मत के प्रसार के लिए उपाय सोचा करते थे | मध्ययुग के मुस्लिम इतिहास में मनेर का नाम बड़ी इज्जत के साथ लिया गया है| आज भी मुसलमानो के दिल में इसके प्रति बहुत आदर है| साल में यहाँ दो बार दो फकीरों की पुण्य तिथि मनाई जाती है| उस समय धर्म-प्राण मुसलमानो का बड़ा मेला लगता है |

मनेर में  इस समय दो दरगाह है , बड़ी और छोटी | बड़ी दरगाह बिहार के मुसलमानी धर्म स्थानों में सबसे ज्यादा पवित्र गिनी जाती है | इसमें  महान सूफी संत हजरत मखदूम यहिया मनेरी की कब्र है| मखदूम साहब वर्ष १२९१ में मरे थे | वह हजरत ताज फकीह के पोते थे| बिहार के मुसलमान संतो के वह प्रमुख थे| देश के मुसलमान फकीरों में उनका नाम आज भी बड़े अदब से लिया जाता है|

Booking.com

ध्यान दें : अन्य स्थलों के लिंक प्रदान करके, बिहार पर्यटन इन साइटों पर उपलब्ध जानकारी या उत्पादों की गारंटी, अनुमोदन या समर्थन नहीं करता है।

पटना

कुहरा

33.96°C
लगता है जैसे 40.08°C
हवा 1.54 m/s
दबाव 1011 hPa
पसंदीदा में जोड़ें

संग्रह