सभ्यता द्वार, पटना के गंगा तट पर गांधी घाट के पास स्थित एक भव्य स्मारक है, जिसे 2018 में बिहार की प्राचीन सभ्यता को समर्पित करते हुए निर्मित किया गया। यह द्वार मौर्य, गुप्त और नालंदा जैसी महान परंपराओं की झलक प्रस्तुत करता है।
यह 32 मीटर ऊँचा द्वार लाल ग्रेनाइट से बना हुआ है और इसके ऊपर महात्मा गांधी, आचार्य चाणक्य, और गौतम बुद्ध के उद्धरण अंकित हैं। रात्रि में यहाँ प्रकाश योजना के कारण यह स्थल अत्यंत सुंदर दिखता है। यह जगह फोटोग्राफी, घूमने, और शांति से बैठकर गंगा दर्शन के लिए उपयुक्त है।
सभ्यता द्वार एक स्थल है, जो बिहार की सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक गरिमा को भव्यता से दर्शाता है। यह बिहार के गौरव को आधुनिकता के साथ जोड़ता है।
एक नज़र में
सभ्यता द्वार बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के सम्मान में बनाया गया एक भव्य प्रवेश द्वार है, जो गंगा के पास स्थित है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति