पंथ पाकर, बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित एक पौराणिक स्थल है, जो माता सीता के जीवन से जुड़ा हुआ है। यह स्थान धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्व रखता है। यहाँ हर वर्ष रामनवमी और सीता नवमी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है।
पंथ पाकर के निकट सुंदर मंदिर और शांत वातावरण इसे धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाते हैं। यहाँ की मिट्टी को अब भी पवित्र माना जाता है और कई श्रद्धालु इसे घर ले जाकर पूजा करते हैं।
पंथ पाकर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह स्थल भारतीय संस्कृति और पौराणिक कथाओं का जीवंत प्रमाण है। सीतामढ़ी आने वाले हर पर्यटक के लिए यह एक “must visit” स्थल है। नजदीकी आकर्षणों में सीतामढ़ी जनक मंदिर, पुनौराधाम, और जानकी कुंड शामिल हैं।
एक नज़र में
सीतामढ़ी, पंथ पाकर में एक पवित्र स्थल माना जाता है जहां सीता के पैरों के निशान अभी भी दिखाई दे रहे हैं। यह हिंदू तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।
यह स्थान एक शांत वातावरण को बाहर निकालता है और सीता की पौराणिक यात्रा का पता लगाने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।