बिहार 12 वें तीर्थंकर “वासुपूज्य” और 24 वें तीर्थंकर “महावीर” के जन्मस्थान के रूप में पवित्र स्थान है। सत्य, अहिंसा , अस्तेय , ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह यह पांच शब्द जैन धर्म के सिद्धांत ,गौरव और पराकाष्ठा और जैन धर्म के आस्था का एक परिभाषित प्रतीक है। बिहार जैन धर्मावलंबियों का लिए पावन स्थल है। जैन धर्म के अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म भी यहीं हुआ था। बिहार के नालंदा जिले में स्थित पावापुरी जल मंदिर, जमुई में स्थित जैन मंदिर लछुआर, जैन मंदिर नाथनगर भागलपुर, बासोकुंड वैशाली जैन मंदिर, कुंडलपुर जैन मंदिर, कमलदह जैन मंदिर पटना, और भी कितने जैन मंदिर है जो पर्यटकों को अपनी तरफ जैन धर्म की आधारशिला समझने के लिए आकर्षित करता है | इन जैन मंदिरों की एक खासियत और है कि सभी मंदिर की अपनी अलग पहचान और महत्तवता है|