मुंगेर का किला, मुंगेर शहर के सबसे महत्वपूर्ण एवं प्राचीन स्मारकों में से एक है जो की गंगा नदी के दक्षिण तट पर एक चट्टानी पहाड़ी पर बनाया गया है। ऐसा कहा जाता है की मुंगेर शहर की स्थापना चन्द्रगुप्त ने की थी जिसकी राजधानी उस समय में 'चंपा नगर' हुआ करती थी। इस किले का निर्माण मगध के राजा राजसंख ने करवाया था जिसका वर्णन महाभारत में किया गया है। मुंगेर का किला अद्भुत और नायाब वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है।
मुंगेर का किला, 30 फ़ीट की मोटी दिवारों से घिरा हुआ है जिसके चारों तरफ दरवाज़ें बनाए गए हैं। उत्तरी भाग के दरवाज़ें को लाल दरवाज़ा के नाम से जाना जाता है और यह दरवाज़ा नक्काशीदार पत्थरों से हिन्दू और बौद्ध शैली में बनाया गया है। इस किले के भीतर एक गुप्त सुरंग भी है जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा है। आप जब भी मुंगेर जाएं तो मुंगेर का किला जरूर घूमें।
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