नालंदा म्यूज़ियम या नालंदा पुरातात्त्विक संग्रहालय, नालंदा विश्वविद्यालय के निकट स्थित है और यहाँ खुदाई से प्राप्त दुर्लभ मूर्तियाँ, सिक्के, शिलालेख, और वस्तुएं संरक्षित हैं। यह संग्रहालय 1917 में स्थापित हुआ था और यह भारत की प्राचीन शिक्षा, कला और स्थापत्य शैली का प्रमुख प्रमाण है।
यहाँ रखी गईं बुद्ध, तारा, पद्मावती, शिव-पार्वती की मूर्तियाँ, पाल कालीन मूर्तिकला का सुंदर उदाहरण हैं। संग्रहालय में तीन प्रमुख दीर्घाएं (गैलरी) हैं, जहाँ पर्यटक विभिन्न कालों की ऐतिहासिक धरोहरों को देख सकते हैं।
बौद्ध धर्म, हिन्दू परंपराओं और गुप्त-पाल कालीन संस्कृति की झलक यहाँ मिलती है। यह स्थल शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र है।
नालंदा म्यूज़ियम जहाँ इतिहास, पुरातत्व और कला एक साथ जीवंत होते हैं। इसके आस-पास के पर्यटन स्थलों में नालंदा विश्वविद्यालय, ह्वेनसांग मेमोरियल हॉल, और राजगीर शामिल हैं, जो यात्रा को ज्ञानवर्धक बनाते हैं।
एक नज़र में
नालंदा संग्रहालय में नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों से खुदाई की गई कलाकृतियां, मूर्तियां और बौद्ध अवशेष हैं, जो भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।