पटना संग्रहालय, जिसे स्थानीय भाषा में “जादू घर” कहा जाता है, पटना के बेली रोड पर स्थित है और यह बिहार के इतिहास, संस्कृति, और कला का प्रमुख संग्रहालय है। इसका निर्माण 1917 में ब्रिटिश शासनकाल में हुआ था और इसकी वास्तुकला राजपूताना-मुगल शैली की मिश्रित छाया दर्शाती है।
यहाँ मौर्य, गुप्त, पाल और मुगल काल की दुर्लभ मूर्तियाँ, सिक्के, शिलालेख, कपड़े, अस्त्र-शस्त्र और पांडुलिपियाँ संरक्षित हैं। संग्रहालय की विशेषता है दुनिया की सबसे पुरानी बौद्ध मूर्ति, जो यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है।
पटना संग्रहालय हर इतिहास प्रेमी और शोधकर्ता के लिए एक “must visit” स्थल है। पास ही स्थित बुद्ध स्मृति पार्क, गोलघर, और संजय गांधी जैविक उद्यान यात्रा को और समृद्ध बनाते हैं।
एक नज़र में
पटना संग्रहालय में प्रसिद्ध दीदारगंज याक्षी सहित मौर्य, गुप्ता और मुगल कलाकृतियों का एक व्यापक संग्रह है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: प्राधिकरण द्वारा आवश्यक अनुमति