सीता कुंड, गया में स्थित एक पवित्र जलस्रोत है, जो माता सीता की तपस्या और पवित्रता से जुड़ा हुआ है।
यह स्थल धार्मिक आस्था का केंद्र है और यहाँ मकर संक्रांति व रामनवमी जैसे पर्वों पर विशेष स्नान का महत्व माना जाता है। कुंड के पास एक छोटा मंदिर भी स्थित है, जहाँ श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं।सीता कुंड का जल आज भी साफ़ और निर्मल बना हुआ है, जिसे आस्था के साथ पिया और संग्रहित किया जाता है। आसपास का प्राकृतिक वातावरण इसे और अधिक आध्यात्मिक बनाता है। सीता कुंड एक धार्मिक स्थल है, विशेषकर उन श्रद्धालुओं के लिए जो रामायण कालीन स्थलों से जुड़ाव महसूस करते हैं। पास में स्थित विष्णुपद मंदिर और फल्गु नदी भी दर्शनीय हैं।
एक नज़र में
सुजाता के साथ संबद्ध, एक महिला जिसने बुद्ध को अपने ज्ञान से पहले खीर (मीठा चावल हलवा) की पेशकश की, उजाता स्तूप उदारता और दयालुता का प्रतीक है। बोध गया के पास स्थित, यह ऐतिहासिक बौद्ध स्थल उन भक्तों को आकर्षित करता है जो सुजाता के निस्वार्थ कार्य के लिए श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हैं। यह स्थल प्राचीन बौद्ध जीवन शैली की झलक भी प्रदान करता है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से अप्रैल।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स: मोबाइल, कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स की अनुमति है।