इतिहास और संस्कृति ने हमेशा हमारे जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उसमें पितृपक्ष की महता सबसे अधिक है। यह एक हिंदू परंपरा है जहां हर साल पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी जाती हैं। पितृ पक्ष में पूर्णिमा श्राद्ध, महा भरणी श्राद्ध और सर्वपितृ अमावस्या का विशेष महत्व होता है।
पितृ पक्ष दिवंगत आत्माओं को समर्पित है और उन्हें प्रसन्न करने, क्षमा मांगने और पितृ दोष (पूर्वजों का श्राप) से छुटकारा पाने के लिए है। इस अवधि के दौरान जन्म, जीवन और मृत्यु के चक्र से दिवंगत आत्मा को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध, तर्पण और पिंड दान जैसे अनुष्ठान किए जाते हैं। इस तरह के अनुष्ठान फाल्गु नदी में किए जाते हैं और उसके बाद विष्णुपद मंदिर, गया में विशेष प्रार्थना की जाती है।
ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष के दौरान मांसाहारी भोजन का सेवन सख्त वर्जित है। प्याज, लहसुन, चना, जीरा, काला नमक, काली सरसों, खीरा, बैगन और मसूर की दाल, काली उड़द की दाल जैसी सामग्री का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। पितृपक्ष की ख्याति वैश्विक पैमाने पर देखी जा सकती है।
फोटो गैलरी
दिनांक - 09.09.2022 से 25.09.2022 तक प्रभावी
01. ऑनलाइन ई-पिंडदान
a. विष्णु पद मंदिर
b. अक्षय वट
c. फल्गु नदी 20425/-
d. पंडित/पुरोहित/पूजन सामग्री
e. CD/DVD/Pen Drive वीडियो रिकॉर्डिंग
02. Total 20425/-
03. G.S.T . 5% 1075/-
04. Grand Total 21500/-
बैंक डिटेल्स:
Name of the A/C : BSTDC Travel and Trade
Account No : 50100339205415
IFSC Code : HDFC0000332
Name of Bank : HDFC Bank,
Maa Shakambhari Complex,
Ashok Raj Path, Patna-800008