प्रकृति और संस्कृति की एक कालातीत कला
राजगीर महोत्सव इतिहास, धर्म, कला और संस्कृति का एक सुंदर प्रतिनिधित्व है और न केवल बिहार में बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी प्रतिष्ठा है। इस त्योहार को मनाने की परंपरा 1986 से है और नालंदा और राजगीर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध विरासत को उजागर करने के लिए मनाया जाता है।
राजगीर कन्वेंशन सेंटर में मनाया जाने वाला यह तीन दिवसीय कार्यक्रम दर्शकों के समान उत्साह के साथ प्रदर्शन करने वाले प्रसिद्ध गायकों और नर्तकों की भागीदारी का गवाह बना है। हेमा मालिनी संयुक्ता पाणिग्रही, रवींद्र जैन, निदा फजली, तलत अजीज, गजल सम्राट गुलाम अली, बिरजू महाराज, जसविंदर नरूला, अल्का याग्निक, पंडित शिवकुमार शर्मा जैसे राष्ट्रीय कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से इस त्योहार की सुंदरता को बढ़ाया है।
परंपरा और विरासत को बरकरार रखते हुए, त्योहार में नए आयाम जोड़े जा रहे हैं, जिससे नालंदा और राजगीर को वैश्विक पर्यटन के आधार पर स्थापित करने में मदद मिली है।