प्रकृति और संस्कृति की कालातीत कला
गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज जयंती के पावन अवसर पर प्रकाश पर्व मनाया जाता है। यह दिन महान योद्धा, कवि, दार्शनिक और आध्यात्मिक गुरु के सम्मान और स्मरण में मनाया जाता है। इस दिन दुनिया भर के सिख एक दूसरे को बधाई देते हैं और गुरुजी के मार्ग और शिक्षाओं का पालन करने का संकल्प लेते हैं।
भारत और दुनिया भर में गुरुद्वारों को सुंदर रोशनी और सजावट के साथ जलाया जाता है। इसके अलावा, हर गुरुद्वारे में एक 'लंगर' का आयोजन किया जाता है, और सिख सामुदायिक सेवा भी करते हैं। कुछ स्थानों पर ‘नगर प्रभात फेरी’ भी आयोजित की जाती है जिसमें सिख बड़े उत्साह और उत्साह के साथ शामिल होते हैं।
प्रकाश पर्व के दौरान, अरदास किया जाता है, और गुरुद्वारों में प्रार्थना की जाती है। इस अवसर पर विशेष भजन-कीर्तन भी किया जाता है।